मुम्बई का चक्कर समाप्त, सीधे भेजा जा रहा माल
May 07,
ज्ञानपुर (भदोही): विदेश में सामान (माल) भेजने व वहां से मंगाने के लिए
मुंबई का लगने वाला चक्कर अब समाप्त हो गया है। जिले में निर्यातकों की
सुविधा के लिए स्थापित कंटेनर डिपो गति पकड़ चुका है।
जनपद के प्रमुख उद्योग कालीन के धंधे में लगे उद्यमियों को अभी तक अपने
तैयार माल को विदेश भेजने के लिए मुंबई बंदरगाह जाकर बुकिंग करानी पड़ती
थी। वहीं विदेशों से सामान मंगाने पर उसे वहीं जाकर ही उसे प्राप्त भी
करना पड़ता था। ऐसे में निर्यातकों को जहां परेशानी होती थी वहीं मुंबई
सामान ले जाने व ले आने में लगने वाले अतिरिक्त भाड़े के साथ उनका कई दिन
का समय भी व्यर्थ होता था। हालांकि आयात-निर्यात को बढ़ावा देने में लगे
शासन ने वर्ष 2008 में जनपद स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के माधोसिंह स्टेशन
पर कंटेनर डिपो की स्थापना की व्यवस्था की। इसके बाद कालीन सहित विभिन्न
उद्योगों से जुड़े उद्यमियों में बेहतर सुविधा मिलने की उम्मीद प्रबल हो
गई। निर्यातकों की यह उम्मीद अब मूर्तरूप ले चुकी है। रेलवे कंटेनर
कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा स्थापित कंटेनर डिपो से सामान की
बुकिंग गति पकड़ चुका है। कंटेनर डिपो के जनरल मैनेजर टर्मिनल बीएस चौधरी
ने बताया कि कंटेनर डिपो की सबसे बड़ी सुविधा यह है कि निर्यातकों द्वारा
जो भी माल विदेश के लिए निर्यात किया जाता है वह यहीं कंटेनर में लद
जाएगा। बताया कि इसके साथ ही माल के बुकिंग की सारी औपचारिकता यही उनके
सामने पूरी होने के बाद कंटेनर सील कर दिया जाएगा तो वह अपने निर्धारित
स्थान पर जाकर ही खुलेगा। चौधरी ने बताया कि डिपो में भदोही के कालीन
सहित हिंडाल्को से एल्युमिनियम की बुकिंग कराई जा रही है। प्रति माह करीब
दो सौ कंटेनर बुक किए जा रहे हैं। एक कन्टेनर में अधिकतम 28 टन माल बुक
किया जाता है।
by jagaran
May 07,
ज्ञानपुर (भदोही): विदेश में सामान (माल) भेजने व वहां से मंगाने के लिए
मुंबई का लगने वाला चक्कर अब समाप्त हो गया है। जिले में निर्यातकों की
सुविधा के लिए स्थापित कंटेनर डिपो गति पकड़ चुका है।
जनपद के प्रमुख उद्योग कालीन के धंधे में लगे उद्यमियों को अभी तक अपने
तैयार माल को विदेश भेजने के लिए मुंबई बंदरगाह जाकर बुकिंग करानी पड़ती
थी। वहीं विदेशों से सामान मंगाने पर उसे वहीं जाकर ही उसे प्राप्त भी
करना पड़ता था। ऐसे में निर्यातकों को जहां परेशानी होती थी वहीं मुंबई
सामान ले जाने व ले आने में लगने वाले अतिरिक्त भाड़े के साथ उनका कई दिन
का समय भी व्यर्थ होता था। हालांकि आयात-निर्यात को बढ़ावा देने में लगे
शासन ने वर्ष 2008 में जनपद स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के माधोसिंह स्टेशन
पर कंटेनर डिपो की स्थापना की व्यवस्था की। इसके बाद कालीन सहित विभिन्न
उद्योगों से जुड़े उद्यमियों में बेहतर सुविधा मिलने की उम्मीद प्रबल हो
गई। निर्यातकों की यह उम्मीद अब मूर्तरूप ले चुकी है। रेलवे कंटेनर
कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा स्थापित कंटेनर डिपो से सामान की
बुकिंग गति पकड़ चुका है। कंटेनर डिपो के जनरल मैनेजर टर्मिनल बीएस चौधरी
ने बताया कि कंटेनर डिपो की सबसे बड़ी सुविधा यह है कि निर्यातकों द्वारा
जो भी माल विदेश के लिए निर्यात किया जाता है वह यहीं कंटेनर में लद
जाएगा। बताया कि इसके साथ ही माल के बुकिंग की सारी औपचारिकता यही उनके
सामने पूरी होने के बाद कंटेनर सील कर दिया जाएगा तो वह अपने निर्धारित
स्थान पर जाकर ही खुलेगा। चौधरी ने बताया कि डिपो में भदोही के कालीन
सहित हिंडाल्को से एल्युमिनियम की बुकिंग कराई जा रही है। प्रति माह करीब
दो सौ कंटेनर बुक किए जा रहे हैं। एक कन्टेनर में अधिकतम 28 टन माल बुक
किया जाता है।
by jagaran
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